कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (Ministry of Agriculture & Farmers Welfare), भारत सरकार द्वारा जारी गज़ट अधिसूचना के अनुसार सरकार ने 16 प्रतिशत नाइट्रोजन सामग्री (nitrogen content) और पीएच मान 4-8.5 के साथ तरल रूप में नैनो यूरिया प्लस (Nano Urea Plus Liquid) को मंजूरी दी है।
इस गज़ट में कहा गया है कि इसका उत्पादन इफको द्वारा तीन साल की अवधि के लिए किया जाएगा।
इफको नैनो यूरिया प्लस नैनो यूरिया का एक उन्नत फॉर्मूलेशन है जिसमें महत्वपूर्ण विकास चरणों में फसल की नाइट्रोजन आवश्यकता को पूरा करने के लिए पोषण को फिर से परिभाषित किया गया है।
इफको के एमडी और सीईओ यूएस अवस्थी ने कहा, ” इसका उपयोग पांरपरिक यूरिया और अन्य नाइट्रोजनयुक्त उर्वरक के स्थान पर किया जाता है। इसका उद्देश्य मिट्टी की उर्वरता को बढ़ावा देना, किसानों को लाभ पहुंचाना तथा स्थाई पर्यावरण को बढ़ावा देना है। ” उन्होंने कहा की यह सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता और दक्षता को भी बढ़ाता है। यह क्लोरोफिल चार्जर, उपज बूस्टर है और जलवायु अनुरूप खेती में मदद करता है।
इफको ने नैनो यूरिया प्लस की कीमत में कोई वृद्धि नहीं की गए है। यह केवल 225 रुपये प्रति 500 मिलीलीटर की बोतल पर उपलब्ध है।
इफको के अनुसार, नैनो यूरिया स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकी (clean and green technology) को बढ़ावा देता है क्योंकि इसका औद्योगिक उत्पादन न तो ऊर्जा गहन (energy intensive) है और न ही संसाधन खपत (resource consuming) वाला है। इसके अलावा, नैनो यूरिया लीचिंग और गैसीय उत्सर्जन के रूप में कृषि क्षेत्रों से पोषक तत्वों के नुकसान को कम करके पर्यावरणीय पदचिह्न को कम करने में मदद करता है जो पर्यावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन का कारण बनता था।
उल्लेखनीय है कि इफको ने जून 2021 में दुनिया का पहला ‘नैनो तरल यूरिया’ उर्वरक लॉन्च किया था। इसके बाद, यह अप्रैल 2023 में ‘नैनो डीएपी’ उर्वरक लेकर आया।